










📜 हमारे बारे में
सनातन रक्षा संघ की स्थापना सनातन धर्म की रक्षा और उसके मूल सिद्धांतों को पुनः जागृत करने के उद्देश्य से की गई है। यह संगठन न केवल हमारी प्राचीन संस्कृति, परंपराओं और धार्मिक मूल्यों को संजोकर रखने का कार्य करता है, बल्कि आधुनिक समाज को उसकी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने के लिए भी पूरी तरह समर्पित है।
हम मानते हैं कि एक सच्चे सनातनी की पहचान केवल श्रद्धा में नहीं, बल्कि शस्त्र और शास्त्र—दोनों के संतुलित ज्ञान में है। हमारी पूजा-पद्धति, हमारे देवी-देवताओं की आराधना, और उनके अस्त्र-शस्त्र से सुसज्जित स्वरूप केवल प्रतीकात्मक नहीं हैं, वे हमें जीवन में सामर्थ्य, आत्मबल और कर्तव्यबोध की प्रेरणा देते हैं।
सनातन रक्षा संघ का उद्देश्य है कि हर व्यक्ति न केवल आध्यात्मिक रूप से समृद्ध हो, बल्कि शारीरिक, मानसिक और सांस्कृतिक रूप से भी सशक्त बने। हमारा यह प्रयास है कि सनातन धर्म की महान परंपरा केवल पुस्तकों और मंदिरों तक सीमित न रहे, बल्कि समाज के हर कोने में उसका प्रकाश फैले।

अध्यक्ष का संदेश
“सनातन धर्म कोई साधारण विचारधारा नहीं, बल्कि यह विश्व की सबसे प्राचीन, वैज्ञानिक और जीवनदायिनी संस्कृति है। यह केवल एक धार्मिक व्यवस्था नहीं, बल्कि जीने की वह पद्धति है जो ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ का आदर्श प्रस्तुत करती है।
आज के समय में जब हमारी परंपराएं, मूल्य और धर्म पर निरंतर आघात हो रहा है, तब हमें एकजुट होकर अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए आगे आना होगा। सनातन रक्षा संघ का उद्देश्य न केवल धर्म की रक्षा करना है, बल्कि प्रत्येक सनातनी को आत्मनिर्भर, संस्कारवान और शक्तिशाली बनाना है।
हमारे संगठन के माध्यम से हम आत्मरक्षा, वेद-शास्त्र, संस्कार, रोजगार, कन्या विवाह, सेवा और सहयोग के अनेक कार्यों को गति दे रहे हैं। विशेष रूप से हमारी मातृशक्ति और युवाओं को सनातन परंपरा से जोड़कर, उन्हें ज्ञान और बल दोनों से संपन्न बनाना हमारी प्राथमिकता है।
मैं आप सभी से आह्वान करता हूं कि आप ‘सनातन रक्षा संघ’ के इस पवित्र अभियान से जुड़ें और धर्म, संस्कृति और राष्ट्र की सेवा में अपना अमूल्य योगदान दें।
श्री याज्ञवल्क्य
राष्ट्रीय अध्यक्ष – सनातन रक्षा संघ
जय सनातन! जय भारत!
सनातन रक्षा संघ के प्रमुख प्रोजेक्ट्स
"संस्कार, सुरक्षा और सहायता – यही हैं हमारे कार्य के तीन स्तंभ"

सनातनी आत्मरक्षा प्रशिक्षण योजना

आजीविका एवं कौशल विकास अभियान

भोजन एवं जीवन सहायता योजना

महिला प्रकोष्ठ – धर्म संवाद अभियान

कन्या विवाह सहायतार्थ योजना

आजीविका एवं कौशल विकास अभियान
सेवा ही धर्म है, और धर्म की रक्षा हमारा संकल्प
सनातन धर्म सिर्फ पूजा नहीं, बल्कि कर्तव्य है। हम सेवा, संस्कार और शक्ति के उस मार्ग पर चल रहे हैं—जहाँ हर जरूरतमंद को सहारा मिले।
परिवारों तक पहुँची सेवा
संपन्न धर्मकार्य
सनातनी जुड़ाव
सम्मानित प्रयास
संघ की शक्ति – हमारी टीम
सनातन रक्षा संघ की नींव उन महान व्यक्तित्वों पर टिकी है, जिन्होंने अपने जीवन का हर क्षण धर्म, सेवा और संस्कृति के उत्थान को समर्पित कर दिया। इनका समर्पण सिर्फ एक संगठन के लिए नहीं, बल्कि सम्पूर्ण सनातन समाज के लिए है।

श्री याज्ञवल्क्य

श्री ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी

श्री नवल कुमार कुशवाहा

सुश्री ममता पाण्डेय
स्कैन करें और भुगतान करें भुगतान करें |

सनातन रक्षा संघ
ऑफलाइन दान दान |
“सनातन रक्षा संघ” आपके योगदान को सादर नमन करता है।
आपकी सहायता से हम अपनी संस्कृति, आस्था और सेवा के संकल्प को और मजबूती दे पाएंगे।
बैंक खाता विवरण (बैंक ट्रांसफर के लिए):
Bank Name: CANARA BANK
Account Name: SANATAN RAKSHA SANSTHAN
Account Number: 110166313219
IFSC Code: CNRB0005503
Branch: Muthiganj
हमारी यात्रा – तस्वीरों की ज़ुबानी
सेवा, शक्ति और संस्कृति की तस्वीरें







Clients Love
Testimonial
"सनातन रक्षा संघ से जुड़ना मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय था। यहाँ मुझे न केवल आत्मरक्षा की कला सिखाई गई, बल्कि मेरी सोच को भी आध्यात्मिक दिशा मिली। आज मैं खुद पर गर्व करती हूँ कि मैं अपनी संस्कृति से जुड़ी हुई हूँ और समाज में सकारात्मक बदलाव का हिस्सा बन पाई हूँ।"
